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स्टेट बैंक ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा ‘सीमांत लागत आधारित ऋण दर यानि MCLR में 10 आधार अंक यानि BPS या 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की घोषणा की है।” एसबीआई के इस ऐलान के बाद अब होम लोन, पर्सोनल लोन, कार लोन जैसे सभी प्रोडक्ट पर ब्याज रेट बढ़ जाएंगे। साथ ही इसे वर्तमान में चल रहे सभी प्रकार के लोन पर भी लागू किया जाएगा। जिससे ईएमआई में बढ़ोत्तरी हो जाएगी।

वर्तमान में चल रही EMI पर भी असर- कर्ज लेने वालों के लिए ईएमआई में वृद्धि होगी। साथ ही आने वाले दिनों में दूसरे बैंकों द्वारा भी उधारी दर में संशोधन किए जाने की संभावना है। इस फैसले के बाद जिन लोगों ने एमसीएलआर पर कर्ज लिया है, उनकी ईएमआई बढ़ जाएगी। हालांकि, जिन लोगों ने अन्य मानकों के आधार पर ऋण लिया है, उनकी ईएमआई पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।

Home Loan, Car Loan महंगे- एसबीआई की ईबीएलआर 6.65 प्रतिशत है, जबकि रेपो से जुड़ी उधारी दर 6.25 प्रतिशत है। ये दर एक अप्रैल से प्रभावी है। आवास और ऑटो ऋण सहित किसी भी प्रकार का ऋण देते समय बैंक ईबीएलआर और आरएलएलआर पर ऋण जोखिम प्रीमियम को जोड़ते हैं। एसबीआई की वेबसाइट पर दी जानकारी के अनुसार संशोधित एमसीएलआर दर 15 अप्रैल से प्रभावी है।

क्यूँ करना पड़ा लोन ब्याज दर में संशोधन- एसबीआई से जुड़े सूत्रों के अनुसार बैंक अपने पास ऐसे निर्णय का एकाधिकार रखता है। जिससे बैंक अपने नुकसान की भरपाई कर सके। वर्तमान में बैंक ने अपनी जरूरत के हिसाब से फंड जुटाने के लिए ऐसे निर्णय लिया है। जिसका सीधा सा असर ग्राहकों पर होगा।

इस संशोधन के साथ एक वर्षीय एमसीएलआर सात प्रतिशत से बढ़कर 7.10 प्रतिशत हो गया है। रातों रात बढ़ा दी ब्याज की दर ओवरनाइट, एक महीने और तीन महीने की एमसीएलआर 10 बीपीएस बढ़कर 6.75 फीसदी हो गई, जबकि छह महीने की एमसीएलआर बढ़कर 7.05 फीसदी हो गई। ज्यादातर कर्ज एक साल की एमसीएलआर दर से जुड़े होते हैं। इसी तरह दो साल की एमसीएलआर 0.1 प्रतिशत बढ़कर 7.30 प्रतिशत और तीन साल की एमसीएलआर 0.1 प्रतिशत बढ़कर 7.40 प्रतिशत हो गई।


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