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Jetson One Flying Car: दुनियाभर में है इस उड़ने वाली कार की भारी डिमांड, लाॅन्च के बाद हजारों लोगों ने कर दी बुकिंग

अक्सर हम फिल्मों और कहानियों में उड़ने वाली कारों के बारे में सुनते हैं। हालांकि, अब उड़ने वाली फ्लाइंग कार्स (Jetson One Flying Car) सपना नहीं हकीकत बन चुकी हैं। दुनिया भर की कई कंपनियों ने अपनी फ्लाइंग कारों को लॉन्च कर दिया है जबकि कुछ कंपनियां इन कारों की तकनीक को और बेहतर बनाने में लगी हुई हैं।

इटली के टस्कनी आधारित स्टार्टअप कंपनी जेटसन (Jetson) ने पिछले साल अपनी फ्लाइंग कार जेटसन वन (Jetson One Flying Car) को लॉन्च किया था जो इस साल के लिए अब पूरी तरह बिक चुकी है। कंपनी का कहना है कि यह कार दुनिया भर में लोगों को खूब पसंद आ रही है।

सिंगल चार्जिंग में 32 किमी

बता दें कि जेटसन वन फ्लाइंग कार (Jetson One Flying Car) को सतह से 1,500 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकती है। यह फ्लाइंग कार पूरी तरह बैटरी से चलती है और एक बार के फुल चार्ज पर 32 किलोमीटर की रेंज तक उड़ाई जा सकती है। यह 102 किमी/घंटे की अधिकतम रफ्तार पर उड़ान भरने में सक्षम है। कंपनी ने इसके लॉन्च के बाद कुछ यूनिट्स का उत्पादन किया था जिसे कंपनी पूरे साल बेचने का लक्ष्य लेकर चल रही थी, लेकिन भारी मांग के वजह से इसकी सभी यूनिट्स पहली ही बिक गईं।

कंपनी ने एक फ्लाइंग कार (Jetson One Flying Car) की कीमत 90,000 यूएस डॉलर तय की है जो भारतीय मुद्रा में तकरीबन 71 लाख रुपये होते हैं। कंपनी का कहना है कि इस फ्लाइंग कार को सभी तरह के ग्राहकों के लिए उपलब्ध किया गया है।

जेटसन वन एक वर्टीकल टेकऑफ व लैंडिंग (VTOL) वाहन है जिसे अक्टूबर 2022 में लॉन्च किया गया था। इसका वजन 86 किलोग्राम है और यह 102 किमी/घंटा की टॉप स्पीड पर 20 मिनट तक उड़ सकता है। जेटसन का दावा है कि यह दुनिया की पहली किफायती फ्लाइंग कार है जिसे चलाने के लिए यूएस में किसी विशेष फ्लाइंग लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें केवल एक यात्री उड़ान भर सकता है।

फ्लाइंग कार के वजन को कम रखने के इसके ढांचे को पूरी तरह कार्बन फाइबर से बनाया गया है। इसमें चार रोटर लगाए गए हैं जिसे पॉवर देने के लिए एक हल्की और हाई डेंसिटी की लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है। इस फ्लाइंग कार का केबिन एक पिंजरे के जैसा है। यात्री की सुरक्षा के लिए केबिन के चारों ओर पाइप नुमा सुरक्षा घेरा बनाया गया है।

जेटसन का दावा है कि इस फ्लाइंग कार में इस्तेमाल किये गए मोटर काफी पॉवरफुल हैं। इस कार का इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम इस तरह तैयार किया गया है कि अगर एक मोटर खराब भी हो जाए तो भी यह कार उड़ती रहेगी।

भारत भी कर रहा फ्लाइंग कार तैयार

भारत में भी कई कंपनियां फ्लाइंग कार (India Flying Car) के मॉडल पर काम कर रही हैं। हाल ही में चेन्नई की एक स्टार्टअप कंपनी ‘विनाता एयरोमोबिलिटी’ ने लंदन में एक इवेंट में अपनी पहली फ्लाइंग कार का खुलासा किया था। यह फ्लाइंग कार ईंधन और बैटरी दोनों से चल सकती है। यह कार वर्टीकल टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकती है जिसके वजह से इसे विमान की तरह रनवे की जरूरत नहीं पड़ती।

यह फ्लाइंग कार 120 किमी/घंटा की टॉप स्पीड पर उड़ान भर सकती है। एक बार फ्यूल भरने पर इसे 60 मिनट तक उड़ाया जा सकता है। यह 3,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। फिलहाल, इस फ्लाइंग कार को दो लोगों की सवारी के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन नए मॉडलों में पैसेंजर क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। कंपनी ने इसकी बिक्री अभी शुरू नहीं की है।