देश में सात हवाई अड्डों का प्रबंधन करने वाला अडानी समूह (Adani group) अब अपने सिविल एविएशन पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए भारत के सबसे बड़े इंडिपेंडेंट एयरक्राफ्ट मेंटनेंस मरम्मत और ओवरहाल (MRO) ऑर्गेनाइजेशन एयर वर्क्स ग्रुप (Air works group) में निवेश करना चाहता है।
इसकी जानकारी इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में दी गई है। लुफ्थांसा, टर्किश एयरलाइंस, फ्लाईदुबई, एतिहाद और वर्जिन अटलांटिक सहित एक दर्जन से अधिक विदेशी एयरलाइन कंपनियां एयर वर्क्स सर्विसेज के तहत कवर होती है। इसके अलावा वर्क्स सर्विस कंपनी इंडिगो, गोएयर और विस्तारा और भारतीय नौसेना एयरक्राफ्ट की मेंटनेंस और रखरखाव भी करती है।
एयर वर्क्स ग्रुप के बारे में
बता दें कि 19 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर पैन इंडिया उपस्थिति के साथ, एयर वर्क्स ग्रुप देश में परिचालन करने वाले विदेशी यात्री और कार्गो वाहक के लिए ट्रांजिट या लाइन रखरखाव सर्विसेज देने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।
क्या करती है कंपनी?
लाइन के रखरखाव के काम में टायर बदलना, उनके कामकाज के लिए विमान की रोशनी की जांच करना, इंजन के तेल को ऊपर उठाना, हाइड्रोलिक संचायकों को चार्ज करना आदि शामिल हैं। बता दें कि एयर वर्क्स के पास 25 से अधिक देशों के विमानन प्राधिकरणों से प्रमुख हवाई अड्डों पर संकीर्ण और चौड़े साइज वाले दोनों विमानों को बनाए रखने का प्रमाणपत्र है।
Discover more from Newzbulletin
Subscribe to get the latest posts sent to your email.