अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) की सब्सिडियरी कंपनी अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने 27 मई 2022 को कृषि ड्रोन स्टार्टअप जनरल एरोनॉटिक्स में 50% हिस्सेदारी खरीद ली है। कंपनी ने बाइंडिंग एग्रीमेंट की जानकारी दी है।
अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि इस अधिग्रहण की प्रक्रिया 31 जुलाई, 2022 तक पूरी कर ली जाएगी। हालांकि, कंपनी ने इस समझौते के वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया। बता दें कि शुक्रवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 2% तक चढ़कर 2,085 रुपये पर बंद हुए हैं।
नई दिल्ली में चल रहा है ड्रोन महोत्सव
बेंगलुरु स्थित जनरल एरोनॉटिक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके तकनीक आधारित फसल सुरक्षा सेवाओं, फसल स्वास्थ्य निगरानी और उपज निगरानी सेवाओं के लिए रोबोटिक ड्रोन विकसित करती है।
अधिग्रहण ऐसे समय में हुआ है जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर के निवेशकों को भारत के ड्रोन इंडस्ट्री में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया है। बता दें कि शुक्रवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सबसे बड़े ड्रोन उत्सव- भारत ड्रोन महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया। आपको बता दें कि भारत ड्रोन महोत्सव 27 और 28 मई को आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम है। इसका आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में किया गया है।
क्या कहा कंपनी ने?
अडानी ग्रुप की कंपनी ने कहा कि वह अपने सैन्य ड्रोन और AI/ML क्षमताओं का लाभ उठाएगी और घरेलू कृषि क्षेत्र के लिए संपूर्ण समाधान प्रदान करने के लिए जनरल एरोनॉटिक्स के साथ काम करेगी।
बता दें कि जनरल एरोनॉटिक्स एक एंड-टू-एंड एग्री प्लेटफॉर्म सॉल्यूशन कंपनी है, जो बेंगलुरु की कंपनी है। यह रोबोटिक ड्रोन और फसल सुरक्षा सेवाओं, फसल स्वास्थ्य, सटीक-कृषि और उपज की निगरानी के लिए समाधान प्रदान करता है।
क्या करती है अडानी की यह सब्सिडियरी कंपनी
अडानी डिफेंस ने भारत की पहली मानव रहित हवाई वाहन निर्माण सुविधा, भारत की पहली निजी क्षेत्र की छोटी हथियार निर्माण सुविधा की स्थापना की है। वर्तमान में नागपुर में भारत की पहली व्यापक विमान एमआरओ सुविधा स्थापित करने की प्रक्रिया में है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में भारत ड्रोन महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा, “मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ड्रोन के उपयोग में और प्रयोग होंगे। मैं फिर से देश और दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित कर रहा हूं। उद्योग, ड्रोन को लोगों के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए मैं विशेषज्ञों से भी अपील कर रहा हूं। मैं युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि नए ड्रोन स्टार्टअप सामने आने चाहिए
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Davos 2022: गौतम अडाणी ने कहा, मुश्किल समय में भी भारत को विकास की तरफ लेकर जाएंगे
दावोस शिखर सम्मेलन 2022 में हिस्सा लेकर लौटे देश के अग्रणी उद्योगपति गौतम अडाणी ने इस बारे में एक ब्लॉग में अपने विचार रखे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल का सम्मेलन बेहद दिलचस्प रहा है।
अडाणी ने विपरीत परिस्थितियों के बीच भी बढ़ते कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि मुश्किल समय में भी, भारत आगे बढ़ सकता है, और दावोस में भारत की उपस्थिति बढ़ते आत्मविश्वास को प्रदर्शित करती है।
इतिहास वास्तव में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर’
गौतम अदाणी ने कहा कि 2 साल कोरोना महामारी को प्रकोप झेलने के बाद आखिरकार विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक महत्वपूर्ण विषय के साथ हो रही है। दावोस में इस बार की थीम ‘एक महत्वपूर्ण मोड़ पर इतिहास: सरकारी नीतियां और व्यावसायिक रणनीतियां’ (‘History at a Turning Point: Government Policies and Business Strategies’) रही।
अडाणी ने कहा कि इतिहास वास्तव में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। जलवायु परिवर्तन, उसके बाद कोरोना महामारी, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और अब रूस-यूक्रेन युद्ध जिससे की महंगाई बेलगाम हो गई।
‘भारत की उपस्थिति आश्वस्त करने वाली थी’
अपने अनुभव को साझा करते हुए अडाणी ने कहा, ‘मुझे यह मानना होगा कि WEF में भारत की बहुत बड़ी उपस्थिति, वर्तमान समय में भी आश्वस्त करने वाली थी। इसने दिखाया कि भारत अब वैश्विक क्षेत्र में खुद को मुखर करने से नहीं कतराता है। यह हमारे बढ़ते आत्मविश्वास का संकेत था।
यह भारत की कहानी में हमारे विश्वास का संकेत था, और मुझे खुशी है कि मैं दावोस में अपने लिए इसका अनुभव करने के लिए था। भारत को आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित करने का अधिकार है, जबकि विकल्पों की जरूरत वाले विश्व के लिए एक विकल्प प्रदान करने की भी मांग कर रहा है।’